Friday, September 14, 2018

英国将研究削减碳排放至80%

国首相戈登 • 布朗周一表示,英国将研究是否能够到2050 年削减80% 碳排放的可能。 上周英国政府公布了《气候变迁法案》,承诺到2050 年削减二氧化碳排放60% 。然而环保者却认为政府应该加大削减碳排放的目标。

布朗称,政府将成立一独立委员会来研究是否应进一步削减碳排放达 80%的目标。

布朗昨日在一项由世界自然基金会举办的会议上表示: "我们有一个最重要的目标: 保持全球气候升温平均不超过2 摄氏度。这要求至少对全球在未来10 至15年内温室气体排放达到高峰后,在 2050年温室气体的排放必须减半。"
世界银行说,每年污染让中国的损失达到5.8%的国内生产总值。这个数据高于过去中国官方的估算。
世界银行中国局局长杜大伟说,由健康和其它因污染因素导致的旷工使中国每年的经济损失达到1千亿美元,约为5.8%的 。

杜大伟说,就污染就让中国损失了3.8% 的
新华社周二报道说,中国南部的水稻种植区因秋季降雨的锐减而遭受了严重旱灾的影响。
从今年10月以来, 江西的降雨量比平均量下降了90%;中国最大的水稻种植省份湖南省的降雨量也下降了86%。

流过这两省的赣江和湘江的水位也降到了历史最低。
路透社周一报道,孟加拉遭超强气旋锡德袭击,超过3000人死亡。援救人员仍在努力援救沿海被困地区的上百万的幸存者。
上周四晚气旋袭击了孟加拉南部海岸,风速高达每小时250公里,卷起5米高的海浪。

到周一为止确认的死亡人数已达3113。但据援助机构透露,死亡人数可能会超过1万。

这是自1991年灾害后孟加拉遭遇的最大的一次灾害袭击。1991年的台风和海浪袭击造成近143000人死亡。
世界粮食计划署最近对非洲农村地区提出警告,这些地区面临着食物价格上涨、气候变化及人口剧增的三重威胁。
约塞特•施林在结束对西非的访问后对媒体说,非洲上百万的农村地区经常面临饥饿,已经没有时间来改变这一局势了。

施林说:“西非的浩劫可能将由三方面的威胁造成,气候变化、食品价格上涨以及人口增长。”

“但是也还有办法来得及帮人们适应。我们必须帮助他们和他们的家庭。这不是件容易的事,但是国际社会联合起来一定能做得到——我们必须做到。”
周一发布的一份报告指出,亚洲必须采取经济措施抗击气候变化的影响,但同时也需要其它富裕国家的鼎立相助。
英国首相戈登•布朗下周将表示,他已经拒绝了放弃英国在2020年前把可再生能源比重提高到20% 的企图。
2005年,符合要求的再生能源利用占到了英国电力供应的4%。 但目前只占到了2%。英国政府承认说, 按目前的状况, 再生能源的比重到2020年只会占到5%。

英国一官员说,英国在欧洲国家中有最好的潮汐能和风能资源。英国的可再生能源的利用到2002年前可有很大的发展 。
新经济基金会( )指出:“富裕的工业国必须带头行动起来,迅速减少温室气体排放。同时新兴的亚洲国家也应该对减轻气候变化作出努力。”

报告中呼吁的可持续性发展策略包括,停止砍伐森林,发展能源效应以及可再生能源。

亚洲40亿人口中超过一半居住在沿海地区。他们成为冰川融化致使海平面上升最容易受影响的人群。

Wednesday, September 12, 2018

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव आज

ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव की ख़बर को प्रमुखता से छापा है.
आज डूसू के चुनाव हैं. कहने को तो ये छात्र संघ के चुनाव हैं, लेकिन यहां की हार जीत लोकसभा चुनावों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस बार डूसू चुनाव में वोट देने के लिए ढाई लाख छात्र रजिस्टर्ड हुए हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय के 38 कॉलेज डूसू से संबद्ध हैं जबकि 18 कॉलेज संबद्ध नहीं हैं. ये चुनाव अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सेक्रेटरी और ज्वाइंट सेक्रेटरी के पद के लिए हो रहे हैं.
वोट सुबह आठ बजे से दोपहर एक बजे तक डाले जाएंगे. सांध्य कालीन कॉलेजों में दोपहर तीन बजे से शाम साढ़े सात बजे तक वोट डाले जा सकेंगे. sex
इमेज कॉपीरइट   पिछले चुनाव में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद एनइसके अलावा आरएसएस से जुड़ी एक ख़बर इंडियन एक्सप्रेस ने पहले पन्ने पर छापी है. दरअसल, आरएसएस दिल्ली में तीन दिन के एक लेक्चर सिरीज़ का आयोजन कर रही है जिसमें 60 देशों को न्योता भेजा जाएगा, लेकिन इन 60 देशों में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का नाम नहीं है. एसयूआई ने जाता था.
इस बार एबीवीपी के अभिनव बैसोया अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं जबकि एनएसयूआई से सनी छिल्लर अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की एक ख़बर चिंता में डालने वाली है. अख़बा
हालांकि दिल्ली सरकार ने नौ साल पहले ही यह नियम बनाया था कि दिल्ली में चलने वाले सभी ऑटो और टैक्सी में जीपीएस होना अनिवार्य है, लेकिन बावजूद इसके महज़ 31 प्रतिशत ऑटो में जीपीएस सही-सलामत काम कर रहा है और सिर्फ़ 18 फ़ीसदी टैक्सी ऐसी हैं जिनमें जीपीएस सही है.
1970 में बीबीसी की मुलाक़ात एक ऐसे व्यक्ति से हुई थी, जो ख़ुद कीटनाशक बनाता था. देखिए बीबीसी के पुराने खजाने से रिपोर्ट. sex
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)
र ने दिल्ली सरकार के आंकड़ों के आधार पर लिखा है कि दिल्ली में हर घंटे एक पेड़ काट दि
टाइम्स ऑफ़ इंडिया लिखता है कि अगर आप भी ऑटो में सफ़र करते हैं तो थोड़ा सतर्क हो जाइए क्योंकि राजधानी में चलने वाले मात्र 31 फ़ीसदी ऑटो में ही जीपीएस काम कर रहा है.
या जाता है और पिछले 13 सालों से ये हो रहा है. आंकड़ों के अनुसार, साल 2005 से फरवरी 2018 तक क़रीब 11 लाख से ज़्यादा पेड़ काट डाले गए.
उन्होंने जयपुर में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि चुनावों के दौरान भले ही विपक्ष मोहम्मद अख़लाक का मुद्दा उछाले या फिर अवॉर्ड वापस करने की बात लेकर आए, बावजूद बीजेपी ही जीतेगी. यह अख़लाक वही हैं जिन्हें कथित तौर पर बीफ़ खाने के शक़ में मार दिया गया.
कहां गई रघुराम राजन की सौंपी लिस्ट
भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का कहना है कि उन्होंने कई बड़े घोटालों की एक लिस्ट बनाकर प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंप दी थी, लेकिन अब तक उन पर क्या ऐक्शन लिया गया या नहीं, इस बारे में उन्हें कुछ भी नहीं पता.
भारत में अगले साल आम चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव भी हैं. देश में तमाम विपक्षी दल के ज़रिए एक महागठबंधन बनाने की बात हो रही है. इन विपक्षी दलों में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) भी अहम हिस्सा है.
पिछले कुछ वक़्त से वामपंथी संगठ
दूसरा यह कि जिस तरह की आर्थिक नीतियां मोदी सरकार लागू कर रही है, उससे लोग परेशान हैं. हमारे अन्नदाता, देश के किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं. नौजवानों के लिए हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था, लेकिन अब तो उल्टे लोगों के हाथों से नौकरियां जा रही हैं.
सवालः मैं आपके रोडमैप की बात कर रहा हूं, आप राष्ट्रीय एकता अखंडता की बात कर रहे हैं, यह नारा तो राजीव गांधी ने भी दिया था इंदिरा गांधी की हत्या के बाद. तो आने वाले चुनाव में आपके पास नया क्या है?
नए-पुराने की बात नहीं है. दरअसल आज के दिन देश में गरीब, दलित, अल्पसंख्यक सुरक्षित नहीं है. इसके लिए वैकल्पिक रास्ता चाहिए, वैकल्पिक नातियां चाहिए. इसलिए हमारा नारा है कि 'देश को नेता नहीं नीतियां चाहिए'.
इसके लिए मौजूदा सरकार को हटाना ज़रूरी है. हमारी पार्टी ने तय किया कि इस चुनाव में देश में हर जगह से सांप्रदायिक ताक़तों के ख़िलाफ़ वोट को बंटने से बचाना है.
नों के लाल झंडे के साथ दलित संगठनों का नीला रंग भी शामिल हो गया है और एक नारा उभर कर आया 'जय भीम लाल सलाम', तो क्या अब सीपीआई (एम) दलितों के मुद्दों के साथ आगे बढ़ने वाली है और आगामी चुनावों से पहले उनकी क्या रणनीतियां हैं?
सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी से पूरा साक्षात्कार यहां पढ़िए.
सवालः जो उम्मीद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से लोगों को है, उसे पूरा करने के लिए अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को मद्देनज़र रखते हुए पार्टी का क्या रोडमैप है?
साल 2019 के चुनाव में हमें दो मुख्य चुनौतियों का सामना करना है और उनका जवाब देना है. पहला देश की एकता और अखंडता पर सांप्रदायिक ताक़तें जिस तरह से हमला कर रही हैं, उससे देश को बचाना बेहद ज़रूरी है.